Sting के कारण Redbull की भारतीय बाजार में हिस्सेदारी 75 % से घटकर हुई 7 %, अधिक जानने के लिए यहां Click करें
Redbull एक लोकप्रिय Energy drill है और और सबसे ज्यादा बिकने वाले पेय पदार्थ में से एक है । वास्तव में देखा जाए तो रेड बुल ने भारत में ऊर्जा पेय पदार्थ का बाजार बनाया है । लेकिन पिछले कुछ सालों से यह ब्रांड मात्रा और इसके दाम दोनों के मामले में पिछड़ गया है । लेकिन ऐसा होने का कारण क्या है आइए ये भी जान लेते है ।
दरअसल Red bull के बाजार में पीछे जाने की वजह Sting …… Sting के तेजी बढ़ते प्रभाव के कारण रेड बुल की एनर्जी ड्रिंक में बाजार हिस्सेदारी 5 साल में 75% से घटकर 7% रह गई है । जब से स्टिंग ने ₹20 की कीमत वाली 250 ml की बोतलें पेश की है , तब से उन्होंने उपभोक्ताओं एक नया वर्ग खोल दिया है, जो उच्च कीमतों के कारण एनर्जी ड्रिंक नहीं लेते थे ।
250 Ml की बोतल की कीमत ₹20 है, यह देश का पहला किफायती एनर्जी ड्रिंक है । बता दें कि इस ड्रिंक में शुगर कम है 6.8 ग्राम जबकि स्प्राइट में 9.5% ग्राम और रेडबुल में 11 ग्राम पर 100 Ml शुगर होती है । हालांकि इसमें कैफीन की मात्रा अधिक है । 72 mg के रूप में काम करता है और इसे तीखा बनाता है । लेकिन यह Espresso के Double shot से भी कम है ।
सबसे महत्वपूर्ण बात क्रिएटिव मार्केटिंग
Sting के सभी विज्ञापन GenZ audience को आकर्षित करते हैं और ब्रांड वैल्यूज – ऊर्जा, गतिस पागलपन, आदि के साथ जुड़ते है ।
Sting के प्रयास और रणनीति व्यवसाह के मुख्य स्तंभों – बाजार + उपभोक्ता + उघोग के साथ पूरी तरह से क्षेणीबद्ध है और यही बात से दूसरी एनर्जी ड्रिंक से अलग बनाती है