Brics summit 2024 में शामिल होने रुस के कजान पहुंचे पीएम मोदी, ऐसे हुआ स्वागत …Video
Brics summit 2024 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रूस के काजान पहुंचे, जहां आयोजित 16वें ब्रिक्स समिट में पीएम मोदी शामिल होंगे । काजान पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत किया गया ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस रवाना होने से पहले कहा था कि भारत ब्रिक्स के भीतर करीबी सहयोग को महत्व देता है जो वैश्विक विकासात्मक एजेंडा बहुपद जलवायु परिवर्तन आर्थिक सहयोग लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं का निर्माण आदि मुद्दों पर बातचीत और चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है ।
Brics का इतिहास
G7 जैसे प्रभावशाली समूह की तुलना में ब्रिक्स का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है लेकिन इस समिट में ऐसे बड़े फैसले लिए जा सकते हैं जिससे भविष्य में बड़े प्रभाव हो सकते हैं । इनमें से एक फैसला है ब्रिक्स करेंसी । जी हां ब्रिक्स देश एक ऐसी रिजर्व करेंसी शुरू करना चाहता है, जो डॉलर के प्रभुत्व को टक्कर दे सके । 22 से 24 अक्टूबर तक रूस के काजान शहर में होने वाले ब्रिक्स सबमिट में सदस्य देश ऐसी गोल्ड बैंक ब्रिक्स करेंसी शुरु करने पर चर्चा कर सकते हैं ।
नई करेंसी की चाहत के कई कारण है, हाल के समय की वैश्विक वित्तीय चुनौतियों और अमेरिका की आकर्मक विदेश नीतियों की वजह ब्रिक्स देश को एक नई करेंसी की जरूरत है । ब्रिक्स देश चाहते हैं कि वह अमेरिकी डॉलर और यूरो पर वैश्विक निर्भरता कम कर आर्थिक हितों के लिए एक नई करेंसी शुरु करें ।
सबसे पहले 2022 में 14वें ब्रिक्स समिट के दौरान नई करेंसी की जरूरत पर पहली बार वार्ता हुई थी । उस समय रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा था कि ब्रिक्स देश नई वैश्विक रिजर्व करेंसी शुरू करने की योजना बना रहे हैं । इसके बाद अप्रैल 2023 में ब्राजील के राष्ट्रपति ने ब्रिक्स के प्रस्ताव का समर्थन किया था और कहा था कि ब्रिक्स बैंक्स जैसे संस्थान के पास ब्राजील और चीन या फिर ब्राज़ील या अन्य ब्रिक्स देश के बीच ट्रेड करने के लिए नई करेंसी क्यों नहीं हो सकती ।