उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में तीन हजार की आबादी पर एएनएम सेंटर खोले जाएंगे। प्रदेश सरकार इसके लिए एएनएम सेंटर से जुड़े मानकों में बदलाव करने जा रही है। राज्य में फिलहाल मैदानी क्षेत्रों में 10 हजार और पहाड़ी इलाकों में पांच हजार की जनसंख्या पर एएनएम सेंटर खोलने का मानक है।
आबादी के इस नियम के चलते पहाड़ पर एएनएम सेंटर काफी दूर-दूर हैं। इससे गर्भवतियों और आमजन के साथ एएनएम को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इन सभी की परेशानियों को देखते हुए सरकार ने मानक बदलने का निर्णय लिया है।
वही कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी ने कहा कि भाजपा सिर्फ वायदों की पार्टी है इससे पहले भी 2014 से भाजपा ने लोगों से अनेकों वायदे किए थे लेकिन एक भी वायदा इनका पूरा नहीं हुआ है